दीवाना कर गया गजब शिंगार
वसा ली सूरत मन में प्यारी,
मैं श्याम का दर्शन पा के हो गया था मतवाला,
चाहे कोई कुछ भी बोले मैं श्याम का हु दीवाना,
दीवाना हो गया बाबा श्याम,जो करदी तेरे नाम जिंदगानी,
दीवाना कर गया गजब शिंगार
केसरियां बागा पेहने मेरे श्याम की छवि निराली,
कानो में कुंडल पेहने चेहरे पर छाई लाली,
गजब की थारी से मुस्कान,तेरे संग करनी से मने तयारी,
दीवाना कर गया गजब शिंगार
मने देखि सूरत प्यारी ओ बाबा शीश के दानी,
मने रोके दुनिया सारी मने किसी की भी न मानी ,
यो रोहित गावे भजन दिन रात,हो झूमे देखो दुनिया सारी
दीवाना कर गया गजब शिंगार