गिरजा के ललन गणराज तेरा एक बंदन हो जाए
दर्शन से तेरे गणराज मेरा मन चंचल हो जाए
बेदो ने महिमा गाई मा गौर मन हरसाई
माँ गौर मन हरसाई बेदो ने महिमा गा ई
सब देबो के सरताज तेरा एक बंदन हो जाये
देबा मात पिता संग आना मेरे बिगड़े काज बनाना
मेरे बिगड़े काज बनाना देबा मा त पिता संग आना
देबा एक दन्त महाराज तेरा अभिनन्दन हो जाए
देबा रिद्धि सिद्व संग आना मोदक का भोग लगाना
मोदक का भोग लगाना देबा रिद्धि सिद्धि संग आना
देबा मुश्क के असबर तेरा एक बंदन हो जाए