होली खेले रे कन्हियाँ मेरो म्हारो रसिया रे,
होली खेले रे, म्हारो रसिया रे,मेरो प्यारो रसियां रे
होली खेले रे कन्हियाँ मेरो म्हारो रसिया रे,
रंग होली हाथ लायो ग्वालो को भी साथ लायो,
जाने किस बात पे वो फूलो न समातो आयो,
समझ गई ये मैं तो ऐसा हरजाई ये तो,
मुख कियो जानो कारो रसियां,
होली खेले रे कन्हियाँ मेरो म्हारो रसिया रे,
पकड़ी कलहाइ मोरी कशू न चलाई मोरी,
भर पिचकारी या ने मुखड़े पे मोरे मारी,
भागी मैं भागिहारी लाज शर्म की मारी,
पीछो न छोड़ो मेरो नन्द को दुलारो,
होली खेले रे कन्हियाँ मेरो म्हारो रसिया रे,
भगतो में जाने लागि ईत उत मैं तो भागी,
सभी रंग मैं तो भूली झूठी है कमोरी मोरी,
समझ गई मैं तो ऐसो हरजाई ये तो,
ग्वालो के संग खेले कारो रसियां रे,
होली खेले रे कन्हियाँ मेरो म्हारो रसिया रे,