तन पे सिंदूरी चोला हाथ में घोटा है,
भरता भरता है भंडारे सब के संकट हरता है,
बोले राम जय श्री राम कहने लाल लंगोटा है,
तन पे सिंदूरी चोला हाथ में घोटा है,
जय जय कारे ढोल नगाड़े बाजे तेरे मंदिर में,
चड़े चूरमा भोग सब लागे तेरे मंदिर में
अपने भगतो के संग राम की धुन में नाचता होता है,
तन पे सिंदूरी चोला हाथ में घोटा है,
वार तिथि कोई भी हो द्वारे पे तेरे मेला है ,
नगर नगर और डगर डगर तेरे भगतो का रेला,
भागे अच्छे अच्छे भूत के ऐसा पड़े सोटा है,
तन पे सिंदूरी चोला हाथ में घोटा है,
ऐसा कुछ कर दे जीवन भर तेरे गुण गाऊ,
जब भी मेरा दिल चाहे दर्शन करने दौड़ा आउ
लेहरी झूम ख़ुशी से तू झूम ये मौका है,
तन पे सिंदूरी चोला हाथ में घोटा है,