मैं फ़िक्र करा क्यों दुनिया दी मेरी फ़िक्र करे कलिका माँ,
मैं लाडला कलिका मैया दा मैं लाड लड़ावे कलिका माँ,
मैं फ़िक्र करा क्यों दुनिया दी मेरी फ़िक्र करे कलिका माँ,
आज रात सब नच्दे गाउँदे माँ दे दीवाने मदहोश हुए,
भगति च माँ दी हो कर सब ने माँ दी भगति दे जाम पिए,
मस्ती च सब मस्ताने हो के भक्त तेरे झूम दे माँ,
मैं फ़िक्र करा क्यों दुनिया दी मेरी फ़िक्र करे कलिका माँ,
आज माँ कालिका घर मेरे आई माँ न खूब रोजाना है,
खली झोली भर ले जाओ वंड दी खोल खजाना है,
मैया जी किते होर नहीं जाना ये हर है तेरे मिन्ता दा माँ,
मैं फ़िक्र करा क्यों दुनिया दी मेरी फ़िक्र करे कलिका माँ,