सांवरा श्याम सांवरा
सारा जहां तेरा वंवारा
करने दर्शन को कई धाम मैं गया,
मंदिर न्यारा बस पाया सांवरिया तेरा,
अपने कदम जब भी फिसले तू ने थामी कल्हाई,
जीवन में सुख जब जब उठे बिगड़ी तूने बनाई,
याहा धयाया तुझे वाही पाया तुझे ,
दिल ये तो अब दीवाना हुआ,
सांवरिया तेरा,
दुःख जो हरे मनमे खुशिया भरे मेरे बाबा का ना कोई सानी,
कैसा भी गम चाहे कैसी परशानी आगे इनके हार मानी ,
आता रोता हुआ जाता हस्ता हुआ नाम जपता रहे वो सदा ,
सांवरिया तेरा,