ओ खाटू वाले बाबा मुझे तेरा आसरा है,
तुझबीण बता सांवरियां मेरा कौन सहारा है,
जगरंग मंच है ये किरदार है अनेको,
जब वक़्त आये छोटा इन्हे आजमा के देखो,
ढूंढे नहीं वो मिलते सब करते किनारा है,
ओ खाटू वाले बाबा मुझे तेरा आसरा है,
ऊँगली पकड़ के चलना जिनको कभी सिखाया,
मेरे घर को देख जलता हर सख्श मुश्कारया,
फिर देख कर के कहते ये कैसा वेचारा है,
ओ खाटू वाले बाबा मुझे तेरा आसरा है,
जिनपर मुझे यकीन था,
ठोकर उन्ही से खाई,
अब श्याम किरपा पा कर जीवन में खुशियां पाई,
गोपाल नाम भज ले ये नाम पियाला है,
ओ खाटू वाले बाबा मुझे तेरा आसरा है,