तर्ज-- बहुत प्यार करते है,
ओ रे कन्हैया पडू तोरी पैयां
नाजा नाजा नाजा तू मथुरा,
माँखन की मटकी अब कौन उतारे
मुरली बजाके कौन नाम पुकारे
कैसे रहेंगे तुझ बिन रास के रचैया,
ओ रे कन्हैया.
नंद बाबा दुख कैसे सहेंगे
दुख अपने दिल की कैसे कहेंगे
कैसे रहेगी तुझबिन यशोदा मैया
ओ रे कन्हैया,,,,,,,,,,,
गोपी बिरह तेरा कैसे सहेंगी
तेरे बिना श्याम अब कैसे रहेंगी
कौन घेरी लाये मोरी प्यारी प्यारी गैया,
ओ रे कन्हैया.....
प्यासा का प्यार कान्हा भुला तो न दोगे,
मथुरा जाकर दगा तो न दोगे,
कोई नही है तुझबिन लाज का रखैया
ओ रे कन्हैया........
H K J PYASA
हेमकांत झा प्यासा
9831228059
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