पट खुल गए बाबा अमरनाथ के पहला दर्शन बर्फानी नाथ के,
पर्वत पे शिव शम्भु का डेरा
शिवलिंग बर्फ से बना तेरा है,
करते पूजन जो उनको तार दे,
सब भगतो को अपना तू प्यार दे,
पट खुल गए बाबा अमरनाथ के पहला दर्शन बर्फानी नाथ के,
भोले न तुमसे कोई दानी है जाने जे दुनिया तू वरदानी है,
छन भर में बिगड़ी को सवार दे तेरे ही हाथो में पतवार है,
पट खुल गए बाबा अमरनाथ के पहला दर्शन बर्फानी नाथ के,
भगतो के बाबा पालनहार है दुष्टो का करते वो संगार है,
सारी सृष्टि का तू ही सार है,
तू ही तो जीने का आधार है,
पट खुल गए बाबा अमरनाथ के पहला दर्शन बर्फानी नाथ के,