बण गया सरूर और होया ढंग सै,
होया ढंग सै भोले होया ढंग सै,
लगा के घोटा आज मन्ने,
भोले या पीली तेरी भंग सै,
बण गया सरूर और होया ढंग सै,
होया ढंग सै भोले होया ढंग सै.....
फिर गए पैर मेरा ना सोधी में गात
खोल बताऊँ भोले तन्ने या बात,
कर दे ऐसी करामात कोई,
भगति का चढ़ ज्या यो रंग सै,
बण गया सरूर और होया ढंग सै,
होया ढंग सै भोले होया ढंग सै.....
तेरा भगत तो देखे तेरी बाट,
और तो लाग रहे सारे ठाट,
किसे चीज का तोडा ना,
नाचे मेरा अंग अंग सै,
बण गया सरूर और होया ढंग सै,
होया ढंग सै भोले होया ढंग सै.....
नाचूँ भोले पहन तेरी माला,
ना बाजी खेड़ी आला करे टाला,
मन्ने डरना सै किस बात ते,
जब शिव शंकर तू मेरे संग सै,
बण गया सरूर और होया ढंग सै,
होया ढंग सै भोले होया ढंग सै.....