माना मुश्किल बहुत बड़ी,पर डरने की क्या बात है
लेके हाथ में मोर छड़ी,जब बाबा अपने साथ है
माना रात अँधेरी है, लेकिन ये भी कट जाएगी,
नाम सुमिर ले श्याम प्रभु का,आँधी गम की छट जाएगी
नियम पुराना... -२,हर सुबह के पहले काली रात है
लेके हाथ में मोर छड़ी, जब बाबा अपने साथ है
दुश्मन चाहे घात लगा ले, आखिर में पछताएगा,
श्याम भक्त का शत्रु जग में, दर दर ठोकर खायेगा,
कैसी चिंता... -२,अपने सिर पे श्याम धणी का हाथ है,
लेके हाथ में मोर छड़ी, जब बाबा अपने साथ है
छोड़ दे इसपे सारी चिँता, ये ही पार लगाएगा,
हारे का साथी ये सूरज, सारे कष्ट मिटाएगा,
श्याम कृपा से...-२,हर दिन होली दिवाली हर रात है
लेके हाथ में मोर छड़ी, जब बाबा अपने साथ है
माना मुश्किल बहुत बड़ी,पर डरने की क्या बात है
लेके हाथ में मोर छड़ी,जब बाबा अपने साथ है