माना आज कठिन है राहे गम न कर तू प्यारे,
भारत माँ के बचे है हम मुश्किल से ना हारे,
संकट की इस घड़ी में अपना धेर्ये संभाले रखना,
घर में ही रह कर हम को दुश्मन को पराजित करना,
हिमत कभी न टूटे साथ है हम जब सारे,
मिल कर इसे हरायेगे तब होंगे वारे न्यारे,
माना आज कठिन है राहे गम न कर तू प्यारे,
भारत माँ के बचे है हम मुश्किल से ना हारे,
अपना घर भी होगा रोशन फिर से उजाला आएगा,
हिन्दुस्तान का हर इक बचा सक्षम खुद को बनाएगा,
थोड़ा ठहरो घर पे रहलो भगत तो यही पुकारे,
सबर से थोड़ा जी कर हम बाजी पटल दे सारे,
माना आज कठिन है राहे गम न कर तू प्यारे,
भारत माँ के बचे है हम मुश्किल से ना हारे,