वेडा पार लगा ले तू बंदेया सतगुरु दे लड़ लड़ लग गे,
कुछ नाल न जाने है सब कुछ रह जाना इस जग ते,
एह भुला बक्श दिंदे बक्शान हारे बक्शान हारे ले बलिहारी,
मेरे साहिब दे रंग न्यारे मैं बलिहारे,
की की करि जामा मैं साहिब दी बद्याई,
जिहने कखा दी कमाई विच वरकत पाई,
एह हठ फड़ ला दिंदे आप किनारे आप किनारे,
मेरे साहिब दे रंग न्यारे मैं बलिहारे,
कर किरपा तेरे गुण गावा
नानक नाम जपत सुख पावा,
कर किरपा तेरे गुण गावा,
मेरे साहिब दे रंग न्यारे मैं बलिहारे जावा वारे,