चले गए दिल के दामनगीर,
जब सुधि आई प्यारे दर्श की उठत कलेजे पीढ़,
चले गए दिल के दामनगीर,
आपण जाए द्वारिका छाए खारी मध के पीर,
ब्रिज गोपिआँ को प्रेम बिसारे ऐसे भर दे पीर,
चले गए दिल के दामनगीर,
वृन्दावन वन वन श्री वट प्यारे श्री निर्मल यमुना नीर,
सूरे श्याम ललिता उठ बोली आखिर जाती यही,
चले गए दिल के दामनगीर,
नटवर बेष नैन रतनारे सुंदर श्याम शरीर,
चले गए दिल के दामनगीर,