अटल छतर सच्चा दरबार,
माता तेरा जय जय कार,
द्वार खड़ी तेरी संतान भगति शक्ति का मांगे दान,
तेरे भगति सुमति दे हमको शक्ति करे जग का कल्याण ,
तारण हारी पालनहारी महिमा तेरी अप्रम पार,
माता तेरा जय जय कार,
काट अहनकार ममता फंद,
तेरा गंगन पवन आनंद ज्ञान कर्म के पंख पसारे,
हंस वंस जीवन का चंद,
तेरी मंदा दीप ज्योति ने भीतर बाहर हो उजियार,
माता तेरा जय जय कार,