कुछ दो या ना दो मेरी मैया,
आँचल की छैया कर देना
तेरी महिमा का में गुणगान,
इतनी सी कृपा कर देना,
तेरे भवनों का में बखान करू,
तेरे पहाड़ो का में बखान करू,
और हर पल तेरा ध्यान धरु,
बस इतनी सी कृपा कर देना,
गुणगान तेरी इस भक्ति का,
भक्ति में छुपी उस शक्ति का,
बखान करू तेरी ममता का,
बेटी का मान तुम रख लेना
गुणगान करू तेरी मूरत का,
मूरत में छुपी उस सूरत का
बखान करू तेरी नैनो का,
नज़रो से दूर ना कर देना