तेरे खेल निराले री माँ लाल चुंदडी आली
तू रह पर्वत के उपर वो उसकी किस्मत सुपर,
जो दर्शन पा ले री माँ लाल चुंदडी आली
तने सारे सुर संगारे तने पटक पटक के मारे
तू बन गी काली री माँ लाल चुंदडी आली
तेरा नरसिंह रूप ऋ अम्बा
हुई प्रगत पाड के खम्बा तने कर दिए चाली ऋ
माँ लाल चुंदडी आली
यो कर्म वीर रंग पुरियां भगती की चला डगरिया,
तू गले लगा ले री माँ लाल चुंदडी आली