भक्ति भाव से बाबा मैं तुझको रिझाती हूँ
कर दे कर दे मेहर तू करदे मैं ये फरियाद सुनती हूँ
श्याम मंदिर के देख नज़ारे महिमा अपरम्पार
झोली भर भर देता है ये मेरा लखदातार
हारे को सहारा दे ये रोते को दे खुशियां
इसीलिए झुकती है देखो सारी आज है दुनिया
याद मैं तुझको करके बाबा लिखती हूँ अब चिट्टियां
तू सुनले मेरी पुकार
झोली भर भर देता है ये मेरा लखदातार
रींगस से हम खाटू जाते लेकर तेरा निशान
पग पग चलकर बाबा हम तो लेते तेरा नाम
बच्चो के कष्टों को हरना बाबा तेरा काम
लो आ गई तेरे द्वार
झोली भर भर देता है ये मेरा लखदातार
भजनो की माला को लेकर आई तेरे द्वारे
तेरी वर्तिका मेरे बाबा तुझको ही तो पुकारे
अश्क़ो से मेरे ये आंसू तेरे चरण पखारे
मैं भूल गई संसार
झोली भर भर देता है ये मेरा लखदातार