मैं हारा हूँ बाबा मुझे तेरा सहारा है,
मैं हक़ से कहता हूँ बस श्याम हमारा है,
मैं हारा हूँ बाबा.....
यूँ अर्ज़ी को मेरी तूने कहना छुपाया है,
क्या गलती है मेरी या तेरी माया है,
क्या भूल गए हो तुम ये लाल तुम्हारा है,
मैं हारा हूँ बाबा......
हर निर्धन की झोली धन से भर देते हो,
हर घर के आँगन में खुशियां कर देते हो,
हारे के साथी हो ये वचन तुम्हारा है,
मैं हारा हूँ बाबा......
यह जानता हूँ सच है मैं भी तो पापी हूँ,
चौखट पे सर रखके मैं मांगता माफ़ी हूँ,
बिन तेरी कृपा चेतन का अब कहाँ गुज़ारा है,
मैं हारा हूँ बाबा.......