तेरा करने मैं दीदार आई खाटू के दरबार,
तेरे चरणों की सारी बाबा दुनिया भिखारी,
ले तू थाम ले कल्हाई इक बार सांवरियां ,
नाचे नाचे गी जाटनी दरबार सांवरियां,
वा तो हरियाणा ते चाली , सुनके महिमा निराली
घर ते चूरमा बनाके , पग धरे इठलाक़े
आओ भोग लगाओ , एक बार सावरिया
नाचे नाचेगी जाटनी , दरबार सावरिया ……..
पहरी जयपूर आली जूती , चाले जाटनी कसूती
पायल छम छम छम छम बाजे , आधा घूघट करके नाचे
कैसे धूम मचाई , तेरे द्वार सावरिया
नाचे नाचेगी जाटनी , दरबार सावरिया ……..
ओ मेरे खाटू वाले श्याम , मने एक जरुरी काम
म्हारी बिगड़ी बनादे , बाबा सोया भाग्य जगादे
मेरी सांसो तुमसे , जुड़े तार सावरिया
नाचे नाचेगी जाटनी , दरबार सावरिया ……..
तेरी दातारी का चर्चा , देता हाथो हाथ ये पर्चा
दे औकात से भी ज्यादा , कट जाए सारी बाधा
तेरा मोहन कौशिक और हरीश टाबरिया
नाचे नाचेगी जाटनी , दरबार सावरिया