शीश के दानी महाबल वाणी खाटू वाले श्याम तेरा जय कारा है,
जय कारा है जयकारा श्याम धनि का जयकारा,
त्रेता युग में राम बना द्वापर में घनश्याम बना,
अपने भगतो के खातिर आज तू बाबा श्याम बना,
कोई नहीं है इस कलयुग में तुमसे देव महान तेरा जयकारा है,
शीश के दानी महाबल वाणी खाटू वाले श्याम तेरा जय कारा है,
नाम की महिमा भारी है लीले की असवारी है,
इनमे कोई शक ही नहीं तू कलयुग अवतारी है,
खाटू जैसा गांव भी बाबा बन गया तीर्थ धाम तेरा जयकारा है,
शीश के दानी महाबल वाणी खाटू वाले श्याम तेरा जय कारा है,
घर घर पूजा होती है घर घर कीर्तन होते है,
अहो भगाये तीनो का तेरे दर्शन होते है,
वनवारी मिल जाये हम को चरणों में स्थान तेरा जयकारा है,
शीश के दानी महाबल वाणी खाटू वाले श्याम तेरा जय कारा है,