भोगवा लगाव तारे

जूठकी बईरीया सेवरी लाए भरी दोना
भोगवा लगाव तारे अवध के सलोना ।

हम वन वासी के ईहे बा अहरवा
कंद मुल फलवा से करिले गुजरवा
तोहरो सूरतिया  बा नरम जइसे सोना
भोगवा लगाव तारे अवध के सलोना।

सेवरी के बईरीया खईले प्रभुकाई  
ऐने लछूमन फेकी दिहले नजर घुमाई
जूठ कईसे खाई भाईया  धरमवा बा खोना
भोगवा लगाव तरे अवध के सलोना।

लंकवा में सक्ती बान लागल जब सवरिया  
बनिके सजीवन आईली सेवरी के बईरिया
पिसी के पियावे लगले बैद सुसेना
भोगवा लगाव तरे अवध के सलोना।
श्रेणी
download bhajan lyrics (723 downloads)