सिया को चढ़ रही आज हल्दी,
चोलो सखी जनकपुर जल्दी,
दूल्हा बने जय श्री राम,
बारात लेकर आ रहे जल्दी,
आज सिया राम का है स्वयंवर,
हर्ष रहे है गौरी शंकर,
आज सिया राम का है स्वयंवर,
हर्ष रहे है गौरी शंकर…..
हिलमिल जाबत पनिया भरनको,
सखिया संग सीता देखे राम को,
पनिया भरन का बहाना अच्छा,
पता न चल पाए, जिसमें रामको,
पर रामने जाना,
वैदेही हैं घुघट के अंदर,
आज सिया राम का है स्वयंवर,
हर्ष रहे है गौरी शंकर
आज सिया राम का है स्वयंवर,
हर्ष रहे है गौरी शंकर…..
सिया स्वयंवर में शुर वीर आये,
लंका के राजा रामन भी आये,
शिव धनुष कोई उठा तक पाये,
केवल राम धनुष को तोड़ पाये,
सिया केवल राम की,
ये बात केवल जाने शिवशंकर,
आज सिया राम का है स्वयंवर,
हर्ष रहे है गौरी शंकर,
आज सिया राम का है स्वयंवर,
हर्ष रहे है गौरी शंकर…….