साईं देवा करू मैं तेरी सेवा हमेशा तेरा दास बन के,
गुण गाऊ मैं शुकर मनाऊ हमेशा तेरा दास बन के,
सिर चरणों में तेरे प्रभु धर दू दिल जान कुर्बान तोपे करदू,
जींद वारु मैं नजर उतारू हमेशा तेरा दास बन के,
जब जब तेरी दीद हो दीदार हो जब जब सामने तू सरकार हो,
येही चाहू मैं उमर बिताऊ हमेशा तेरा दास बन के,
इक बार मोहे अपना तू बोल दे रस कानो में अमृत घोल दे,
जिया झूमे कदम तेरे चूमे हमेशा तेरा दास बन के,
गुण अवगुण तू मेरे भी बिसार से ,
मोहे बालक समज के तू प्यार दे,
माथा टेकू दुलार तेरा मांगू हमेशा तेरा दास बन के,