साईं बाबा की शरण लेले मेरे चंचल मन,
तेरा होगा सफल मानव जीवन,
जिस का नहीं है कोई खिवैयाँ पार करे वो उसकी नैया,
निर्बल का बलशाली बाबा साई निर्धन का धन,
तेरा होगा सफल मानव जीवन,
उच्च नीच का भेद न जाने जाट पात की बात न माने,
एक ही नाता प्रेम का समजे जो है अनमोल रतन,
तेरा होगा सफल मानव जीवन
शिरडी तीरथ धाम सभी का बिगड़ा बने काम सभी का,
उस माटी का तिलक लगा ले पड़े यहाँ साई के चरण,
तेरा होगा सफल मानव जीवन,