शिरडी नगरिया में है मोरे साई बाबा का धाम,
हे भगतो चले चलो
दुःख से दर्द से हर संकट से मिलेगा तो आराम,
हे भगतो चले चलो
ये सब के है सब इनके याहा कोई नहीं पराया है,
हर मानव को साई ने तो गले से अपने लगाया है ,
हर जाती हर धर्म के मानव करते है परनाम,
शिरडी नगरिया में है मोरे साई बाबा का धाम,
हे भगतो चले चलो
लेकर फूल श्रद्धा के जो द्वार पे इनके आते है,
उसके दिल की कलियाँ खिल के मंद मंद मुस्काती है,
महिमा की बारिश होती है वाह तो सुबहो शाम,
शिरडी नगरिया में है मोरे साई बाबा का धाम,
हे भगतो चले चलो
जो भी इनकी चौकठ छोड़े ठोकर दर दर खाता है,
जीवन का तो कोई भी सुख रास उसे न आता है,
इनकी शरण में चलो बिठाये जीवन ये तमाम,
शिरडी नगरिया में है मोरे साई बाबा का धाम,
हे भगतो चले चलो