तेरा दर है साईं बड़ा दर तेरे दर पे मैं वारी जाऊ,
तेरे दर के लिए है मेरा सिर तेरे दर के मैं वारी जाऊ,
तेरी जननत वाली है टोली,
तेरी बरकत वाली है झोली,
तेरी रहमत वाली है चादर,
तेरे दर के मैं वारी जाऊ,
मेरा साईं मेरा मन मोहन है,
तेरे प्यार से मेरा जीवन है,
जाऊ कहा उठ कर मैं याह से,
तेरे दर में मैं वारी जाऊ,
ये बन्दा दुःख का मारा है,
मेरा कोई नही सहारा है,
शारदा से पूरी का साईं का सागर,
तेरे दर पे मैं वारी जाऊ,
तेरी चोकाथ की खातिर साईं जन्नत को भी ठुकरा दूगा,
तेरे चरणों में सब कुछ पाया
तेरे दर पे मैं वारी जाऊ