मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम
प्यारी मुरली सुना दे घनश्याम
जिया धीर न धरे मनवा वैरी है रे
आके धीर बंधा दे घनश्याम
मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम
बंसी बिना सुने रात अँधेरी
चंदा बिना जैसे व्याकुल चकोरी
कोई यत्न करा दे घनश्याम,
मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम
कैसे कहू टोरी बंसी की बतियाँ
कामड़ काली है इस की सूरतियाँ
अधर धरो घनश्याम
मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम
कोयल बिना जैसे सुनी हो बगियाँ
धारा बिना जैसे रुक गई नदियाँ बंसी बिना ये हाल
मीठी बंसी ब्जादे घनश्याम