मैया यशोदा नज़रे उतारे,
लल्ला को जी भर अपने निहारे,
कहती वो लेकर बलइयां,
मेरा जुग जुग जीवे कन्हैयां........-2
मोटे मोटे नैन से देख के मोहे,
लल्ला मेरा जब मुस्काएं.....-2
इसकी प्यारी प्यारी अदा पे,
बलिहारी ये मैया जाए,
पालने को इसके मैया झुलाती,
लल्ला को मीठी मीठी लोरी सुनाती,
नैनों में आ जा री निंदिया,
मेरा जुग जुग जीवे कन्हैया......
कहती सखियाँ बृज की मोसें,
नटखट है बड़ा तेरा लाला.....-2
इसके आते फैला बृज में,
देखो चारों और उजाला,
सारे ब्रिज में धूम मची है,
गोकुल नगरी खूब सजी है,
नन्द बाबा बांटे मिठाईया,
मेरा जुग जुग जीवे कन्हैयां.....
तू तो लल्ला चाँद का टुकड़ा,
प्राणों से मुझको प्यारा है.....-2
तुझसे रोशन मेरा जीवन,
मेरी आँख का तू तारा है,
सूनी थी ये महल अटारी,
गूँजी तेरी जो किलकारी,
धन्य हुई कुंदन ये मैया,
मेरा जुग जुग जीवे कन्हैयां,
मेरा जुग जुग जीवे कन्हैयां।
मैया यशोदा नजरे उतारें,
लल्ला को जी भर अपने निहारे,
कहती वो लेकर बलइयां,
मेरा जुग जुग जीवे कन्हैयां.........