भरदो झोली मेरी खाटू वाले , बड़ी महिमा सुनी है तुम्हारी
कोई खाली गया ना सवाली , तेरे दर से ओ श्याम बिहारी
दूर से चलके बाबा में आया , तेरी चौखट पे माथा झुकाया
तेरे भक्तो से हमने सुना है , कष्ट बहुतो का तुमने मिटाया
भात नरसी का जैसा भरा था
गा रही अब तलक दुनिया सारी
भरदो झोली मेरी खाटू वाले ………..
देने पे श्याम बाबा जो आये , रंक को पल में राजा बनाये
अपनी बर साये जिस पे भी कृपा , छोड़ विपदा उसे भाग जाये
द्वार पे आ गया जब सुदामा
खूब तुमने निभाई थी यारी
भरदो झोली मेरी खाटू वाले ………..
मन को भाये तेरा दरबार प्यारा , तुझको कहते है हारे का सहारा
जाये नयनो की दृष्टि जहाँ तक , एक से एक सुंदर नजारा
मैं भी आया हूं विश्वास लेकर ………..
आस तोड़ो ना मेरी मुरारी
भरदो झोली मेरी खाटू वाले ……….
श्याम अपनी शरण मुझको ले लो , अब ना जज्बात से मेरे खेलो
भूलन त्यागी कहे संग रहना , और जिसको जो देना है देलो
देने वाला तू ही एक दाता ………...
सारा संसार तेरा भिखारी
हरीश तेरा है श्याम बाबा
भरदो झोली मेरी खाटू वाले ………..