सांवरिया तेरी द्वार पे आके,
हारी मैं दिल अपना हारी मैं दिल अपना ,
जब से तुझ संग प्रीत लगाई
सुध बुध खोई नींद गवाई
तेरे भी मन में खुशिया समाई
सांवरिया तेरी द्वार पे आके,
लोग कहे मुझे श्याम दीवानी
प्यारी लागी ये बदनामी
भावना मन की किस ने जानी,
सांवरिया तेरी द्वार पे आके,
ना दोलत ना शोहरत मांगू
बस बाबा तेरी शोहबत मांगू
और न तुम से कुछ न मैं चाहू
सांवरिया तेरी द्वार पे आके,