जग में दुनिया में,
तू तो दोस्ती सिखाई,
भक्ता सु प्रीत निभाई,
सुदामा के चावल खा कर संदेश ओ दियो है,
जो संजो मोहन ने पक्ष भेद न दियो है,
छोटा मोटा एक सरिक्का गन है मीठा गन है फीका तू आ बात बताई,
तू तो दोस्ती सिखाई,
भक्ता सु प्रीत निभाई,
नरसी भगत रे तू तो माहरो बरैयो,
छप्पन करोड़ तेरी माया रोबॉट लेके आइयो,
एक बहिन रोमान बड़ाइयो भक्त के काम तू आइयो,
सबकी लाज बचाई,
तू तो दोस्ती सिखाई,
भक्ता सु प्रीत निभाई,
दोपटी पे एह मोहन संकट की घड़ी आई,
जब चीयर तू बड़ाइयो पांडवा की लाज बचाई,
याद करो जब आया तू संग सांगली खुशिया लायो तू जद कोई आस लगाई,
तू तो दोस्ती सिखाई,
भक्ता सु प्रीत निभाई,