कद आवेला सांवरिया म्हारे देश,
जोवा थारी बाट थारी
फुला भरियो बाट को केसर भरी परात,
हाजिर हु भा कानुड़ा मैं जो भा थारी बात
कद आवेला सांवरिया म्हारे देश
सावन आवन केह गये कर गया कोल अनेक
दिन दिन गिनता घस ही गई मोरी उँगलियाँ आरी रे
कद आवेला सांवरिया म्हारे देश
भागा में जद कोयल बोले मंडो मेरो सतावे
दास अमानत सांवरिया बस नाम अप को गावे
कद आवेला सांवरिया म्हारे देश