बाबा सुन बाबा मेरी दिल की पुकार,
तेरे होते हुए क्यों बाबा जाता हु मैं हार
मैंने सुना है श्याम धनि हारे का साथ निभाते हो,
अपने भगत का हाथ पकड़ कर भाव से पार लगाते हो,
सब को पार लगाने वाले क्यों छोड़ा मझदार,
बाबा सुन बाबा मेरी दिल की पुकार,
इतना आगे बढ़ना चाहु मैं उतना पीछे जाता हु,
तेरी शरण में रह कर भी मैं इतने दुःख क्यों पाता हु,
सब के दिल की जानने वाले सुनो मेरी एक वार,
बाबा सुन बाबा मेरी दिल की पुकार,
राधे के मनमोहन सुन लो तुमसे एक ही अर्जी है,
चाहे तुम जिस हाल में रखना हो तो तेरी मर्जी है,
तेरा मेरा साथ ना छूटे जो भी हो सरकार,
बाबा सुन बाबा मेरी दिल की पुकार,