आज फूलो में जागी है ज्योती लगाओ माँ का जैकारा
लगाओ माँ का जैकारा बड़ा रूप मैया का प्यारा
आज फूलो में जागी है ज्योती लगाओ माँ का जैकारा
रंग बहारो ने वरसाया फूलो से दरबार सजाया
देखो आके भवन का नजारा
लगाओ माँ का जैकारा बड़ा रूप मैया का प्यारा
आज मुरादे पायेगे सब झोलियाँ भर के जायेगे सब
आज खुला है कर्म का द्वारा
लगाओ माँ का जैकारा बड़ा रूप मैया का प्यारा
मन में प्रेम की ज्योत जगा ले
तू भी असर अब माँ को मना ले
ये समें न मिलेगा दोबारा
लगाओ माँ का जैकारा बड़ा रूप मैया का प्यारा