कर दू वेहड़े पार विचाले रखदी नहीं,
सब जय माँ जय माँ बोलों जीबा थक दी नहीं,
विच पहाड़ा डेरा माँ दा डेरा बैठी आसान लाके भगतो,
दिल करदा मैं जगजानी दे पाला दर्शन जाके भगतो,
नहीं आया हाजी भुलावा एह गल वसदी नी,
सब जय माँ जय माँ बोलों जीबा थक दी नहीं,
सुहे झोले वाली मैया कंजक विच समाई,
खोटिया नु खरे बना दिन्दी है इसदि एह बद्याई,
है कदो बदलन न टाइम किसे नु दसदि नहीं,
सब जय माँ जय माँ बोलों जीबा थक दी नहीं,
लाल अठोली वालिया वे तू भी चल माँ दे द्वारे,
मेहरवान जद होगी दाती लूटी फेर नजारे,
अमित मैया दे चरना च इज्जत घट दी नहीं,
सब जय माँ जय माँ बोलों जीबा थक दी नहीं,