चार चुफेरियो औनदियाँ संगता तेरे दर्शन पौंदिया संगता,
मेरी चिन्तपुरनी माँ सब दियां चिंता करदी दूर
माँ मेरी सोहनी शेर सवारी ऐ,
मथे बिंदी सिर सुही फुलकारी
हथ तिरशूल है माँ दे भगतो मुखड़ा नूरो नूर
मेरी चिन्तपुरनी माँ सब दियां चिंता करदी दूर
माँ मेरी दे बड़े हो खेड न्यारे ने भगत ध्यानु वरगे माँ ने तारे ने
भला बक्शे माफ़ करे तू सबना दे कसूर
मेरी चिन्तपुरनी माँ सब दियां चिंता करदी दूर
माँ ने दर्दी सतमा वाला तार दिता
उसदा बिगडेया सारा काज सवार दिता
महेश साजन भी दर्शन करके आवेगा जरुर
मेरी चिन्तपुरनी माँ सब दियां चिंता करदी दूर