सावन में तेरा मेला आया,
कावडियों के जल चढ़ाया.......
भोले में तेरे दर पे आया ,
तेरे दर पे शीश निवाया हो भोले
डम डम डमरू बजे तेरा डम डम डमरू बाजे
गणपत तेरे संग विराजे
संग में तेरे गोरा साजे हो बोले,
डम डम डमरू बजे तेरा डम डम डमरू बाजे
माथे पे तेरे चंद साजे,
जटा में तेरे गंगा विराजै हो भोले
डम डम डमरू बजे तेरा डम डम डमरू बाजे
भोले को भांग धतुरे भाए,
सुमित भी फिर वो ही चढ़ाए हो भोले
डम डम डमरू बजे तेरा डम डम डमरू बाजे