आया कवाड का मेला मुझे भूली दुनिया दारी रे,
मुझे भोले के नाम की मस्ती चढ़ गई मस्ती चढ़ गई भारी रे,
भोले तेरी बम बम भोले तेरी बम बम,
शिव की मस्ती सब से सस्ती भर भर पे ले प्याले,
सिर पे गंगा मस्तक चंदा मस्त है डमरू वाले,
भोला तेरा मस्त मलंगा करता बेल सवारी,
मुझे भोले के नाम की मस्ती चढ़ गई मस्ती चढ़ गई भारी रे,
भोले तेरी बम बम भोले तेरी बम बम,
लेके कावड चल भगता सारे कष्ट मिटे गे,
हर की पोड़ी नील कंठ फिर शम्भू नाथ मिलेगे,
शिव की महिमा कोई न जाने अध् नर है अध् नारी,
मुझे भोले के नाम की मस्ती चढ़ गई मस्ती चढ़ गई भारी रे,
भोले तेरी बम बम भोले तेरी बम बम,
भा के बाजा भजन वेरवी तीन लोक त्रिपुरारी,
मेहनत कर के भजन सुनावे नंदी और प्ररारी
सेवा करता हनी भी तेरी अब शामि की बारी,
मुझे भोले के नाम की मस्ती चढ़ गई मस्ती चढ़ गई भारी रे,
भोले तेरी बम बम भोले तेरी बम बम,