डम डम डमरु भजाये शिव शंकर कैलाश पति,
युग युग सोया जीव जगाये शिव शंकर कैलाश पति,
माथे ऊपर तिलक चंद्र माँ पहने नाग की माला,
डमरू की धड़कन में नाचे श्रिष्टि की रखवाला,
शिव भक्तन के कष्ट मिटाये शिव शंकर कैलाश पति,
ॐ नमः शिवाये,
डम डम डमरु.....
जता जुट से बहती गंगा सबके पाप मिटाती,
धरती और प्यासे जीवो की मियां प्यास भुजाती,
शिव भक्तन के कष्ट मिटाये शिव शंकर कैलाश पति,
ॐ नमः शिवाये,
डम डम डमरु.....
मंगल कारी नाम है उनका वो है शक्ति दाता,
भाव सागर ते तर जाये वो जो शिव नाम है गाता,
मोह माया से मन को छुड़ाए,
शिव भक्तन के कष्ट मिटाये शिव शंकर कैलाश पति,
ॐ नमः शिवाये,
डम डम डमरु.....