ओ भैया प्यारे रोये राखी का धागा ओ भैया कहा है तू आजा ,
ये बेहना याद करे आजा
ओ भैया प्यारे रोये
कैसे वेकीरो ने रीत बनाई
बेटी ही है क्यों पराई
खेले दोनों बचपन में संग संग एक ही आंगन में
बेहना रानी थी भैया राजा
ओ भैया प्यारे रोये
पेहले तो तू मिलने आता था अपनी बेहन से हमेशा,
अब क्यों भूल गया मुझको के बेहना याद करे तुझको
भैया आजा तू आजा आ जा
ओ भैया प्यारे रोये
आजा तू भैया राखी बंधाने तुझको कसम है बहिन की
झर झर बेहते है अनसु भैया कब आएगा तू आजा जन्मो का है नाता,
ओ भैया प्यारे रोये