मत छेड़े ओ सांवरिया मनै होवै वार सै
आजा राधा बैठ करेंगे बातें प्यार सै
तू काला मैं गौरी कान्हा तेरी मेरी ना जोट मिलै
जब तक तोहै ना देखूं ना राधा मोहै चैन मिलै
रस्ते में तू रोज मिलै पड़ जागी मार सै
जब भी मटकी लेकर निकलूं पाछे पाछे आवे तू
मनै चखा दे माखन राधा क्यूं ज्यादा तरसावै तू
क्यूं माखन मेरा खावै तू तेरी टपकै लार है
बात करै जो मनमोहन तू बरसाने में आ जइये
बरसाने भी आ जाऊं पर हंस कै तू बतला जइये
अमित शर्मा गा जइये तू गीत प्यार से
लेखक :- अमित शर्मा नंदपुरिया
7017655463