दर तेरे भगवन पुजारी आ गया,
हाथ में झोली भिखारी आ गया,
दर तेरे भगवान पुजारी आगये,
क्यों मुसीबत में तेरा ये दास है,
हर दवा भगवान तुम्हारे पास है,
तू मिटादे प्यास प्यासा आ गया,
हाथ में झोली भिखारी आ गया,
हम गरीबो की सुनो गे कब हरी,
भगतो की दरबार में झोली भरी,
भर दिया जो माथ लो दर पर आ गया ,.
हाथ में झोली भिखारी आ गया,
हर घडी अब आसरा तेरा मुझे,
किस विधि भगवन बनाऊ मैं तुझे,
तेरे दर पे खापर अनाड़ी आ गया,
हाथ में झोली भिखारी आ गया,
कभी भी जन होगी परीक्षा हो गई कब खत्म,
कौन से दरबार में होगा मिलन,
अब तो मन की बात में भरमा गया,
हाथ में झोली भिखारी आ गया,