हो मच गेयो नन्द भवन में शोर यशोदा लला जायो है
यशोदा लला जायो है
हो खुशिया छाई चारो और यशोदा लला जायो है,.
पूछे नन्द बता दे माई
कैसो है मेरो कृष्ण कन्हाई
आधी रात को जन्म भयो रंग कारो पायो है
झूम उठे ब्रिज के नर नारी
हुआ आनंद बडो सुख कारी,
होगा पाप का अंत काल आज कंस को आयो है
मच गेयो नन्द भवन में शोर यशोदा लला जायो है
नन्द भवन में खुशिया छाई ग्वाल बाल सब मांगे विधाई,
कर दे मन का सब की ही आज शुभ दिन आयो है
मच गेयो नन्द भवन में शोर यशोदा लला जायो है
देख छवि मन हर्शावे एसो रूप प्रीत मन भावे,
तीन लोक कर जोड़ सखी सब मंगल गायो है
मच गेयो नन्द भवन में शोर यशोदा लला जायो है