कर दो किरपा की मुझपर इक कोर संवारे,
दर्शन के प्यासे नैना,दर्शन दो संवारे,
कर दो किरपा की मुझपर इक कोर संवारे,
तुम हो दया के सागर भवपार करने वाले,
दुखियो के दुःख प्यारे इक पल में हरने वाले,
मैं भी शरण तुम्हारी आया हु संवारे,
कर दो किरपा की मुझपर इक कोर संवारे,
तेरे सिवा नही है कोई दूसरा हमारा,
कर दो किरपा कन्हिया इक तेरा है सहारा,
जीवन तेरी गली में बीते ये संवारे,
कर दो किरपा की मुझपर इक कोर संवारे,
तेरे ही नाम पर हम इस जग में चल रहे है,
ठुकराया जग ने हम को गिर गिर संबल रहे है,
राजा शरण तिहारी आया है संवारे,
कर दो किरपा की मुझपर इक कोर संवारे,