तर्ज-मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है
चरणों में आपके है भगवन नमन हमारा
प्रभु आपको समर्पित सादर भजन हमारा
वसुदेव-देवकी के हैं सुत किशन-कन्हैया
सुख उनकी माँ का लेकिन पाईं यशोदा मैया
इतराती मथुरा उनको कहके ललन हमारा
प्रभु आपको-------
त्रेता में रामचन्दर द्वापर में श्याम सुन्दर
हर युग में पापियों की आप आये मौत बनकर
कलियुग में धन्य होगा प्रभु कब वतन हमारा
प्रभु आपको--------
इक ओर बोलती है मोहन बड़े हैं छलिया
फिर भी है देखो उनकी दीवानी सारी दुनिया
मुरली की धुन में नाचे झूमे है मन हमारा
प्रभु आपको---------
जीवन में हर क़दम पर प्रभु आपकी कृपा हो
माधव हमारे ऊपर गर आपकी दया हो
'हरि'चीज़ क्या है धरती होगा गगन हमारा
प्रभु आपको-------
चरणों में आपके है भगवन नमन हमारा
प्रभु आपको समर्पित सादर भजन हमारा
लेखक-डा० हरि प्रकाश श्रीवास्तव'फ़ैज़ाबादी'
09450489789।॥