वृंदावन आई हु तुझसे मिलने को
बरसाने से आई हु
कजारे नैनो ने जादू सा कर डारा,
लट लटके काली मोटे नैनं वाला
यमुना का किनारा हो आना जब मेरा हो
सांवरिया तुम से जब मिलन हमारा हो
तुम रास रचाते हो मुरली मधुर बजाते हो
छलियाँ हो बहुत बड़े दिल सब का चुराते हो
तेरी संवारी सूरत ने दीवाना बना डाला,
अखियाँ जादू भरी मस्ताना बना डाला