मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने
मत रोक डोलियाँ डोल डोल तू भजने दे भजने दे,
मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने
पेहली बार कराया मैंने मैया का जगराता,
पेहली पेहली बार मेरे घर आई है जग माता,
कम घुंगरू की शन शन की आवाज ना होने दूंगा,
जागु गा मैया को भी मैं आज न सोने दूंगा
मच गया शेहर में शोर शोर तो मचने दे मचने दे,
मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने
पलकों पे आसन में अपनी माँ को आज बिठाऊ,
फूलो से शिंगार करू मेवो के भोग लगाऊ,
रोज रोज न आयेगी ये रात नसीबो वाली,
मेरा आज दुशेहरा है मेरी है आज दीवाली
मेरे मन में नुरानी ज्योत ये जगने दे जगने दे,
मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने
मैया की भगती का चोला कोई मुझे पेहना दे,
लाल चुनर बांधे माथे पे टिका लाल लगा दे
माँ के नाम की लाली में आज ऐसे रंग जाना है
जो देखे पहचाने मुझको माँ का दीवाना है
जग देखे मेरी तोर तोर मुझे सझने दे सझने दे,
मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने