तर्ज-मेरे घर के आगे साईं नाथ
दिल पे हमारे माँ बस राज तुम्हारा है
जो है सब है तेरा,कुछ न हमारा है
न फिकर हमें कोई,न कोई चिन्ता है
तेरी किर्पा से माँ,हर काम बनता है
जीवन में खुशियों का,भण्डार पधारा है
तेरे सिवा कुछ भी,अब याद नहीं है माँ
दर्शन सिवा कोई,फ़रियाद नहीं है माँ
तू ही मैया मेरी,बस एक अधारा है
तू साथ है मेरे,तो डर सताए न
तेरे दीदार बिना,कुछ भी सुहाए न
मैं नैया हूँ माँ तू,मेरा किनारा है
गुणगान तेरे गाऊँ,ये सेवा तूने दी
जाना माना जाऊँ,कुछ ऐसी किर्पा की
मोहित को इक पल न,तुझ बिन गवारा है
मोहित साईं(भजन गायक एवं लेखक)
अयोध्या धाम
09044466616