मेरी चिठ्ठी तुम्हारे नाम मेरे राम मेरे राम
मेरी अर्जी तुम्हारे नाम मेरे राम मेरे राम
इस चिठ्ठी में सब से पेहले लिखता तुम को राम राम राम
मेरे राम जी से राम राम कहियो कहियो जी हनुमान
मेरी चिठ्ठी तुम्हारे नाम मेरे राम मेरे राम
ऐसा वर दो मुझे राम का भजन सदा मैं किया करू,
हर मंगल को नियम पूर्वक दर्श तुम्हारे किया करू ,
दास जान के शरण में लीजियो सुमिरन कर के राम राम राम,
मेरे राम जी से राम राम कहियो कहियो जी हनुमान
एसी शक्ति दो जिस से ध्यान तुम्हारा किया करू,
सिया राम और लखन लाल के दर्शन करने जिया करू
दूर करो सब संकट मेरे गुण गाये सुबहो शाम शाम
मेरे राम जी से राम राम कहियो कहियो जी हनुमान
नैया के हो तुम ही खैवैयाँ नैया पार लगा देना
जब जब भीड़ पड़े भगतो पर किरपा की घंटी बजा देना
हम को है बस तेरा सहारा बुलालो अपने धाम
मेरे राम जी से राम राम कहियो कहियो जी हनुमान